भारतीय मुस्लिम जगत सदा शंकराचार्य जी का आभारी रहेगा कि उन्होंने पवित्र कुरआन की 24 आयतों के पत्रक छापकर नफ़रत फैलाने वाले गुमराहों की अंधेर दुनिया को सत्य के प्रकाश से आलोकित कर दिया है।
वे धन्यवाद के पात्र हैं और उनके साथ ही भाई ऐजाज़-उल-हक़ भी ,
कि उन्होंने इंटरनेट परिवार को ईद पर बेहतरीन ईदी भेंट की।
अल्लाह मालिक, सबका मालिक एक ।
मान लो उसको और हो जाओ नेक ।।
इसके बाद भी कुछ लोग सत्य तथ्य को नहीं मानेंगे, उन्हें शैतान समझना चाहिये। उनका काम फ़ित्ने फैलाना होता है। उनके कुछ आक़ा होते हैं वे उनके प्रति जवाबदेह होते हैं। यह किताब उन गुमराह अफ़वाहबाज़ों की शिनाख्त के लिए भी एक बेहतरीन कसौटी का काम देगी।
शंकराचार्य जी ने बता दिया है कि एक आदर्श भगवाधारी को कैसा होना चाहिये ?
जिसके भी दिल में भगवा रंग के लिये आदर है, उसे उनका अनुसरण करना चाहिये ताकि आने वाले कल में कोई किसी भी रंग को आंतकवाद से जोड़ने की धृष्टता न कर सके।